Coronavirus update 2022: देश में कोरोना वायरस[Coronavirus] का संकट तेजी से बढ़ता जा रहा है ऐसे में सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी हो गई है। जैसे-जैसे जनवरी महीना बीतता जा रहा है वैसे वैसे दिन पर दिन कोरोना[Corona] संक्रमित की संख्या भी बढ़ती जा रही है कुछ लोग इसी संकट का फायदा उठाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
आपको ज्ञात होगा कि इंटरनेट पर कई सारे ऐसे नुस्खे और दवाइयां वायरल होती रहती है जो कोरोना वायरस[Coronavirus] के इलाज का दावा करते हैं लेकिन प्रमाणिक तौर पर अथॉरिटी की मोहर नहीं होती है ऐसे में इन वायरल होते रहते नुस्खे एवं दवाइयों का इस्तेमाल करते वक्त सावधानियां बहुत जरूरी होती है। हम आपसे अपील करेंगे कि कृपया बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसे किसी भी झांसे मे ना आए।
हाल ही में डब्ल्यूएचओ[WHO] ने दो दबाव को लेकर बड़ा दावा किया है की यह दवाई कोरोना वायरस[Coronavirus] के इलाज में सहायक हो सकती है।
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बता दे जिन दो दवाइयों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दवा किया है उनमें से एक का नाम बेरिसिटिनिब है, यह दवाई गठिया बाय के इलाज में इस्तेमाल की जाती है डब्ल्यूएचओ[WHO] की तरफ से दावा किया गया है की यह दवा कोरोना के क्रिटिकल पेशेंट को वेंटिलेटर पर जाने से बचा सकती है इस दवा को एस्टेरॉइड के साथ दी जाने की सलाह दी जाती है अभी फिलहाल यह दवा भारत में कोविड-19 पेशेंट के लिए इस्तेमाल हो रही है, इसे उन मरीजों को दिया जाता है जिनकी हालात गंभीर होती है बता दें इस दवा को दो हफ्तों तक क्रिटिकल मरीजों को दिया जाता है।
दूसरे दवा की बात करें तो उसका नाम सोटरोविमैब है यह दवा उन लोगों को दी जाती है जिनकी हालत क्रिटिकल तो नहीं होती लेकिन वह हाई रिस्क कैटेगरी में होते हैं, हाई रिस्क कैटेगरी वह कैटेगरी होती है जिसमें संक्रमित को पहले से ही कोई गंभीर बीमारी होती है अथवा उसकी उम्र ज्यादा होती है।
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इसी के साथ डब्ल्यूएचओ[WHO] ने Casirivimab-Imdevimab कॉन्बिनेशन एंटीबॉडी कॉकटेल देने की भी सिफारिश की है यह है दवाई कंबीनेशन कोविड-19 होने के पहले दिन ही दे दी जाती है इन दवाओं का 7 बार ट्रायल हो चुका है जिनमें 4000 पेशेंट शामिल थे इसी के बाद डब्ल्यूएचओ[WHO] इस नतीजे पर पहुंचा है।

ये दवा लेने से बचें—- मोलनुपिरावीर (Molnupiravir) दवा भारत में कई मरीज़ों को लिखी जा रही है. ये दवा मुंह से ली जाने वाली[Oral dose] इकलौती दवा है. ये दवा लेने के बाद पेशेंट्स के कई हद तक चांस रहते हैं कि उसे वैंटिलेटर या ऑक्सीजन पर ना रखा जाए. इस दवा को 18 साल से कम उम्र के लोगों को नहीं दिया जा सकता.
आपको सलाह दी जाती है की इस दवा को लेने से बच्चे क्योंकि एक्सपर्ट्स भी स्कोर ना लेने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि यह दो भाई हड्डियों की ग्रोथ पर बुरा असर डाल सकती है साथ ही इससे गर्भवती महिलाओं को भी नहीं दिया जाना चाहिए यह प्रजनन क्षमता पर भी बुरा असर डाल सकती है।