Madhya Pradesh Schools Reopen 2022: जैसा कि आप सभी जानते हैं इस समय भारत में कोरोना की तीसरी लहर जोरों पर है कई राज्यों में मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं जैसे कि केरल में कल 50,000 से ज्यादा नए मामले देखने को मिले। वही इसी बीच कई राज्यों ने स्कूलों को दोबारा खोलने[Madhya Pradesh Schools Reopen 2022] की कवायत शुरू कर दी है हरियाणा राजस्थान सरकार ने 1 फरवरी से दसवीं व 12वीं कक्षा के लिए स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है।
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मध्यप्रदेश में अभी तक स्कूलों को दोबारा खोलने[Madhya Pradesh Schools Reopen 2022] पर कोई विचार नहीं हुआ है लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम शिवराज जी ने ऐसे संकेत दिए हैं कि 31 जनवरी के बाद स्कूल खुल सकते हैं। शिवराज जी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में कोरोना का पीक गुजर चुका है तथा स्कूलों को खोलने पर 30 और 31 तारीख को होने वाली मीटिंग में विचार करेंगे।
सीएम ने कहा ऐसा लगता है कि कोरोनावायरस अभी गुजर गया है मैं इस बारे में बेहद बेफिक्र तो नहीं हूं मगर मेरी राय यही बन रही है कि पिक चला गया केस लगातार कम होने लगे हैं इस मामले में विस्तृत समीक्षा 30 और 31 तारीख की बैठक में ही करूंगा।
सीएम शिवराज जी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से राय लेने और विशेषज्ञों से जानकारी लेने के बाद ही कोई कदम उठाए जाएंगे।[Madhya Pradesh Schools Reopen 2022]
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साथ ही शिवराज सिंह जी ने कहा कि बच्चों को निशुल्क किताबें और जो बैटिंग दूसरे गांव में पढ़ने जाती है उसको निशुल्क साइकिल भी दी जाएगी शिवराज ने कहा बिटिया कॉलेज की पढ़ाई के लिए ₹5000 और पाएगी लाडली लक्ष्मी बेटी हुई तो कॉलेज जाने पर ₹25000 और दिए जाएंगे।
साथ ही सीएम ने दावा किया कि टीकाकरण का असर होने की वजह से इस बार प्रदेश में कोरोना की पहले जैसी मारक क्षमता नहीं रही आपको बता दें इससे पहले भी मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंद्रपाल सिंह परमार जी ने कहा था कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए स्कूलों को अभी नहीं खोला जा सकता उन्होंने कहा था कि स्कूलों को खोलने का निर्णय कोरोनावायरस निर्भर करता है अगर कोरोना के मामले कम होते हैं तो स्कूलों को दोबारा खोलने पर विचार किया जा सकता है लेकिन अगर स्थिति ऐसी ही बनी रही अथवा इससे ज्यादा केस आने लगे तो फिर इसको लोगों खोलना उचित नहीं रहेगा।
उन्होंने कहा था कि 31 जनवरी को समीक्षा बैठक की जाएगी उसके बाद ही स्कूलों पर निर्णय लिया जाएगा शिक्षा मंत्री ने माना था कि सभी बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करना पूरी तरीके से संभव नहीं है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में स्कूल बंद है ऐसे हालात में बिल्कुल शिक्षा देने से तो ऑनलाइन शिक्षा एक बेहतर विकल्प है।
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