उदारवाद की प्रमुख विशेषताएं का वर्णन कीजिए।
उत्तर – 19वीं शताब्दी की शुरुआत में यूरोप में उदारवादी विचारधारा का विकास हुआ। उदारवाद और राष्ट्रीय एकता पर आधारित विचारों में काफी समानता थी। ‘उदारवाद’ शब्द; लेटिन भाषा के शब्द से बना है, जिसका अर्थ है – ‘आजादी’। यह विचारधारा स्वतंत्रता और समानता न्याय पर विशेष बल देती थी। संक्षेप में उदारवाद की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित थी –
- (1) उदारवाद एक ऐसी सरकार पर बल देता था, जो सबकी सहमति से बनी हो।
- (2) उदारवाद निरंकुश शासक और पादरी वर्ग के विशेषअधिकारों की समाप्ति करना चाहता था। यह संविधान तथा संसदीय प्रतिनिधि सरकार का पक्षधर था।
- (3) 19वीं सदी के उदारवादी निजी संपत्ति के स्वामित्व की अनिवार्यता पर भी बल देते थे।
- (4) आर्थिक क्षेत्र में उदारवाद; बाजारों की मुक्ति और वस्तुओं तथा पूंजी के आवागमन पर राज्य द्वारा लगाए गए नियंत्रण को समाप्त करने के पक्ष में था। वह एक ऐसी एकीकृत आर्थिक क्षेत्र के निर्माण के पक्ष में था, जहां वस्तुओं, लोगों और पूंजी की आवागमन बाधारहित हो।