वियाना कांग्रेस के बाद स्थापित राजतंत्रिय व्यवस्थाओं में क्रांतिकारियों की स्थिति और उनके उद्देश्य व प्रयास।
1815 ई° के बाद वर्षों में क्रांतिकारियों का प्रमुख उद्देश्य उन राजतंत्रिय बाबा स्थान का विरोध करना था ,जो वियना कांग्रेस के बाद सामने आई थी। इस समय अनेक क्रांतिकारी दमन के बय से भूमिगत हो गए थे और उन्होंने अनेक गुप्त संगठन बना लिए थे। इसके अतिरिक्त स्वतंत्रता और मुक्ति के लिए संकल्पबद्ध होना और संघर्ष करना किसी भी क्रांतिकारी के लिए आवश्यक था। अधिकांश क्रांतिकारी राष्ट्र-राज्यों की स्थापना को आजादी के इस संघर्ष का एक अनिवार्य हिस्सा मानते थे।