UP Board Solutions : NCERT Solutions for Class 3rd to Class 12th All Subject Solution with Free Downloadable PDF . Here We Provide Complete Solution of UP Board Solutions for Class 5th Computer Shiksha कंप्यूटर शिक्षा
UP Board Solutions for Class 5th Computer Shiksha कंप्यूटर शिक्षा
कम्प्यूटर परिचय बच्चो, इस चित्र को देखो, इस मशीन को कम्प्यूटर कहते हैं-
- कम्प्यूटर कार्य को बहुत ही तेजी से पूरा करने में हमारी सहायता करते हैं।
- कम्प्यूटर कभी भी कोई गलती नहीं करता है। इसलिए हम इस मशीन पर निर्भर हो सकते हैं।
- जो कार्य करने में हमें कई दिन लग सकते हैं कम्प्यूटर उसे सेकंडों में ही पूरा कर देता है।
- जिस कम्प्यूटर को हम अपने स्कूल में देखते हैं उसे पी०सी० या फिर पर्सनल कम्प्यूटर कहा जाता है।
- कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो बिजली की शक्ति से चलती है।
हम कम्प्यूटर से क्या-क्या कर सकते हैं?
हम कम्प्यूटर का इस्तेमाल कई कार्यों में कर सकते हैं। इनमें से कुछ निम्न हैं-
- हम कम्प्यूटर पर ड्रॉइंग बनाकर उसमें रंग भर सकते हैं।
- हम कम्प्यूटर पर पत्र लिख सकते हैं।
- हम कम्प्यूटर पर गणना कर सकते हैं।
- हम कम्प्यूटर पर गाने सुन सकते हैं और फिल्म भी देख सकते हैं।
- हम कम्प्यू टर पर गेम भी खेल सकते हैं।
- हम कम्प्यूटर से ई-मेल भेज सकते हैं।
- हम कम्प्यूटर से बहुत दूर बैठे व्यक्ति से इस तरह से बात कर सकते हैं जैसे वह हमारे सामने ही हो।
कक्षा में आपस में पूछे –
- क्या कम्प्यूटर एक मशीन है?
- क्या कम्प्यूटर को आदमी ने बनाया है?
- क्या हम कम्प्यूटर पर गाने सुन सकते हैं?
- क्या पी०सी० का पूरा नाम पब्लिक कम्प्यूटर है?
- क्या कम्प्यूटर पर फिल्म देख सकते हैं?
- क्या कम्प्यूटर जोड़ने और घटाने जैसे कार्य कर सकते हैं?
कम्प्यूटर के प्रयोग क्षेत्र-
‘बच्चो, अभी तक आप यह तो जान ही गये होंगे कि कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है और यह बिजली से चलती है। इसके अलावा यह बहुत तेजी से पूरी शुद्धता के साथ बिना गलती किये हुए कार्य को पूरा करता है। इसकी इन्हीं खूबियों की वजह से कम्प्यूटर का प्रयोग आज हमारे जीवन के कई क्षेत्रों में सफलतापूर्वक हो रहा है। इसे रोजमर्रा की जिंदगी में इसकी खूबियों की वजह से अलग-अलग कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आइए अब उन क्षेत्रों के बारे में जानें जहाँ पर कम्प्यूटर का इस्तेमाल होता है।
स्कूलों में (शिक्षा के लिये):
बच्चो, आपने अपने स्कूल में कम्प्यूटर देखे होंगे। अध्यापक आपको कम्प्यूटर पर चित्र बनाना सिखाते हैं। इसके अलावा आपको यह भी सिखाते हैं कि आप अंकों को कम्प्यूटर पर आपस में कैसे जोड और घटा सकते हैं और डॉइंग इत्यादि कैसे बना सकते हैं।
स्कूलों में:
कम्प्यूटर का प्रयोग कई विषयों को पढ़ाने के लिए भी होता है। जैसे-गणित, अंग्रेजी और विज्ञान। इनके द्वारा पढ़ाई बहुत ही आसान और रोचक बन जाती है।
घरों में:
घरों में कम्प्यूटर का प्रयोग कई अलग- अलग कार्यों के लिए किया जाता है आप इन पर गेम खेल सकते हैं। कम्प्यूटर पर ड्राइंग बनाने का अभ्यास कर सकते हैं। खाली समय में गाने सुन सकते हैं और फिल्म देख सकते हैं। आपके बड़े भाई या मम्मी-पापा कम्प्यूटर से ई-मेल भी करते होंगे।
बैंकों में:
बैंकों में कम्प्यूटर खाते सँभालने के काम में प्रयोग किए जाते हैं। अगर आप अपने मम्मी-पापा के साथ कभी बैंक गए हैं तो आपने अवश्य ही बैंक अधिकारी को कम्प्यूटर पर काम करते देखा होगा। कम्प्यूटर की वजह से बैंकों में अब काम तेजी से पूरा होने लगा है।
कायर्यालयों में:
कार्यालयों में कम्प्यूटर का प्रयोग पत्र लिखने, खाते सँभालने, बजट बनाने, ई-मेल करने जैसे कार्यों के लिए किया जाता है। हमारे देश में भी अब कार्यालयों में कम्प्यूटर का इस्तेमाल दिनोंदिन लगातार बढ़ रहा है। इससे कार्य क्षमता में वृद्धि हुई है।
दुकानों में:
दुकानों में कम्प्यूटर का इस्तेमाल बिल बनाने से लेकर हिसाब-किताब रखने के लिए किया जाता है। कम्प्यूटर की वजह से दुकानदार कुछ सेकंडों में ही यह पता लगा लेता है कि उसकी कितनी बिक्री हुई है और दुकान में कौन-सा सामान कितना रह गया है।
रेलवे स्टेशन/एयरपोर्ट
रेलवे स्टेशनों पर कम्प्यूटर के द्वारा टिकट बुक कराने का काम होता है। इसके अलावा यदि आप एयरपोर्ट गए हैं तो आपने जरूर ही देखा होगा कि उड़ानों की सूचना कम्प्यूटर पर ही दर्शायी जाती है। रिजर्वेशन जैसे कार्य कम्प्यूटर की वजह से बहुत ही तेजी से संपन्न होने लगे हैं।
अस्पतालों में:
अस्पतालों में कम्प्यूटर का इस्तेमाल मरीजों का रिकार्ड रखने से लेकर बीमारियों की खोज तक में किया जाता है। जिन मशीनों के द्वारा ECG और अल्ट्रासाउंड जैसे काम होते हैं वह भी कम्प्यूटर से ही संचालित होते हैं।
कम्प्यूटर के मुख्य भाग
जिस तरह से हमारे शरीर में सोचने का काम दिमाग करता है, देखने का काम आँखें करती हैं और बोलने का काम मँह करता है ठीक इसी तरह से कम्प्यूटर के भी कई अलग-अलग भाग होते हैं जोकि अलग-अलग कार्यों को पूरा करते हैं।
इस चित्र को ध्यान से देखिए, इसमें कम्प्यूटर के मुख्य भागों को दर्शाया गया है-
कम्प्यूटर के मुख्य भाग ये हैं-
- मॉनीटर
- की-बोर्ड
- सी०पी०यू०
- माउस
मॉनीटर (विजुअल डिस्प्ले यूनिट)
यह एक मॉनीटर है। मॉनीटर देखने में टेलीविजन की तरह से दिखाई देता है। मॉनीटर के जिस भाग पर हमें चित्र या अक्षर दिखाई देते हैं, उसे स्क्रीन कहते हैं। की-बोर्ड के द्वारा जो भी टाइप किया जाता है, वह मॉनीटर पर ही दिखाई देता है। काम पूरा होने पर हमें परिणाम भी मॉनीटर पर ही दिखाई देते हैं। इसीलिए इसे आउटपुट डिवाइस कहा जाता है।
की-बोर्ड:
यह कम्प्यूटर का दूसरा मुख्य भाग है। चित्र में आप इसे देख सकते हैंकी-बोर्ड देखने में टाइपराइटर जैसा होता है।
की-बोर्ड के द्वारा आप कम्प्यूटर में कुछ भी लिख सकते हैं। इसके लिए इसमें बहुत से बटन होते हैं। जिन्हें कीज़ कहा जाता है। प्रत्येक अक्षर और अंक के लिए अलग-अलग कीज़ होती हैं, की-बोर्ड में कुछ विशेष कीज़ होती हैं जिन्हें दबाने पर टाइप की हुई सूचना कम्प्यूटर में जाती है। इसीलिए इसे इनपुट डिवाइस या इनपुट यूनिट कहा जाता है।
अपने कम्प्यूटर के की-बोर्ड की कीज़ की गिनती करके निम्न में से सही (√) पर निशान लगाएँ
हमारे की-बोर्ड में 101 कीज़ हैं।
हमारे की-बोर्ड में 104 कीज़ हैं। (√)
हमारे की-बोर्ड में 112 कीज़ हैं।
इनमें से कोई नहीं।
जब भी की-बोर्ड की कोई की दबायी जाती है तो इसका परिणाम तुरंत ही मॉनीटर पर दिखाई देता है। कीज से जुड़ा अक्षर स्क्रीन पर आ जाता है। अभ्यास के लिये आप की-बोर्ड की अलग-अलग कीज़ को दबाकर देख सकते हैं कि किससे कौन-सा अक्षर बन रहा है।
जब भी आप कम्प्यूटर में किसी की को दबाएँ, तो ज्यादा ताकत न लगाएँ। कीज़ को आराम से दबाएँ अन्यथा की-बोर्ड खराब हो सकता है।
सी पी व्यू (CPU)
CPU का पूरा नाम होता है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट। वास्तव में सी॰पी॰य. एक आयताकार बॉक्स के अंदर होता है जिसे कैबिनेट कहते हैं। देखने में यह कैबिनेट इस तरह से दिखाई देती है-
CPU सभी तरह की सूचनाओं (डेटा) और निर्देशों को याद रखता है। इसका अर्थ यह हुआ कि कम्प्यूटर का दिमाग (मेमोरी) CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) में ही होता है।
सभी तरह की गणनाओं को CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) के द्वारा ही पूरा किया जाता है। इसीलिए इसे कम्प्यूटर का दिमाग कहते हैं।
जब हम की-बोर्ड की किसी भी की को दबाते हैं, तो सबसे पहले वह अक्षर सी०पी०यू० में जाता है, इसके बाद मॉनीटर पर दिखाई देता है। मॉनीटर और की-बोर्ड दोनों ही सीपीयू से जुड़े होते हैं।
माउस (Mouse)
इस चित्र में आप माउस को देख सकते हैं- माउस भी कम्प्यूटर की इनपुट डिवाइस है। इसके ऊपर दो या तीन बटन होते हैं और यह एक तार के द्वारा CPU से जुड़ा रहता है। (आजकल बिना तार के माउस भी आ गए हैं।)
माउस को एक पैड पर रखा जाता है। इसे माउस पैड कहते हैं। जब आप माउस पैड पर माउस को घुमाएँगे तो एक तीर के निशान की तरह का संकेतक (प्वाइंटर) मॉनीटर पर हिलता हुआ दिखाई देगा।
इसे आम बोलचाल की भाषा में माउस प्वाइंटर कहा जाता है। माउस के द्वारा आप गोला, आयत और तरह-तरह की आकृतियाँ भी बना सकते हैं। इसके अलावा कम्प्यूटर को निर्देश देने का काम भी इससे किया जाता है। इसीलिए यह भी एक इनपुट डिवाइस है।
कम्प्यूटर के सहायक उपकरण
बच्चो, अभी आपने कम्प्यूटर के उन भागों के बारे में जाना जोकि अनिवार्य होते हैं। कम्प्यूटर में कई और भी उपकरण प्रयोग किए जाते हैं। जिन्हें हम सहायक उपकरण कह सकते हैं। आइए, ऐसे ही कुछ सहायक उपकरणों के बारे में जाने
फ्लॉपी (Floppy):
फ्लॉपी का प्रयोग अक्षरों और नंबरों इत्यादि को स्थायी रूप से स्टोर करने के लिए किया जाता है। आप की-बोर्ड से जो भी टाइप करते हैं, उसे फ्लॉपी में भी स्टोर कर सकते हैं।
सी डी. (CD)
CD का चलन वर्तमान समय में सर्वाधिक है। इसे भी आपने कम्प्यूटर की क्लास में जरूर देखा होगा। चित्र में देखकर आप इसे पहचान सकते हैं-
सी०डी० (CD) का पूरा नाम कॉम्पैक्ट डिस्क होता है। यह गोल होती है। इसमें आप बहुत-सी सूचनाओं (डेटा) को स्टोर कर सकते हैं। इसमें अक्षर और अंकों के अलावा पिक्चर भी स्टोर होती है। . बच्चो, क्या आप जानते हैं कि एक सी०डी० में 4000 फ्लॉपियों से ज्यादा जगह होती है।
इन बातों का ध्यान रखें-
कभी भी फ्लॉपी या सी०डी० को मोड़ें नहीं।
- फ्लॉपी और सी०डी० पर कुछ भी न लिखें।
- फ्लॉपी और सी०डी० को सूरज की रोशनी से दूर रखें।
- फ्लॉपी और सी डी० को चुंबक से भी दूर रखें।
- फ्लॉपी और सी०डी० को हमेशा कवर में रखें।
प्रिंटर (Printer)
बच्चो, प्रिंटर का इस्तेमाल करके आप स्क्रीन पर दिखाई दे रही सचनाओं को कागज पर छाप सकते हैं। देखने में प्रिंटर लगभग इस तरह का होता है यदि आपने किसी ड्राइंग को बनाया है तो उसे भी प्रिंटर के द्वारा कागज पर प्रिंट कर सकते हैं। इसीलिए इसे आउटपुट डिवाइस कहा जाता है। प्रिंटर को एक तार के द्वारा CPU से जोड़ा जाता है।
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