1848 ई° की उदारवादी की क्रांति में किन विचारों को आगे बढ़ाया गया ?
उत्तर – 1848 ई° में जब यूरोपीय देशों में किसान और मजदूर विद्रोह कर रहे थे, तब वहां पढ़े-लिखे मध्यम वर्गों की एक क्रांति भी हो रही थी। इस क्रांति से राजा को गद्दी छोड़नी पड़ी थी और एक गणतंत्र की घोषणा की गई थी, जो सभी पुरुषों के सार्विक मताधिकार पर आधारित थी यूरोप के अन्य भागों में, जहां अभी तक स्वतंत्र राष्ट्र अस्तित्व में नहीं आए थे; जैसे – जर्मनी, इटली, पोलैंड आदि वहां के उदारवादी मध्यम वर्गों में संविधानवाद की मांग को राष्ट्रीय एकीकरण की मांग से जोड़ दिया उन्होंने बढ़ते जन-असंतोष कार लाभ उठाया और एक राष्ट्र राज्य के निर्माण की मांग को आगे बढ़ाया। यह उनका राष्ट्र-राज्य; संविधान, प्रेस की स्वतंत्रता और संगठन बनाने की आजादी जैसे संसदीय सिद्धांतों पर आधारित था।