भारतीय शिक्षा का इतिहास एवं विकास – महत्वपूर्ण प्रश्न 3

वैदिक काल में स्त्री शिक्षा की क्या व्यवस्था थी

उत्तर-वैदिक कालीन समाज प्रगतिशील और आशावादी समाज था इस समाज में स्त्रियों 15 पुरुषों का समान स्थान प्राप्त था इस पर गतिशीलता का कारण उन्नतशील शिक्षा व्यवस्था थी वेदों में स्त्री शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था दृष्टिगोचर होती है उपन्यन संस्कार शिक्षा आरंभ का प्रतीक है इस संस्कार के बाद शीशा और शिक्षाएं वेद और शास्त्रों का अध्ययन करते हैं बालों को के समान बालिकाओं का भी यज्ञोपवीत होता था बालिकाए बालिकाओं को ललित कला की शिक्षा दी जाती थी समतामूलक वैदिक कालीन शिक्षा का ही प्रभाव है कि वैदिक सूखते की रचना करने वाली महिलाओं की संख्या 20 से अधिक है जो इसका प्रमाण है कि वैदिक काल में स्त्रियों की शैक्षिक स्थिति सुदृढ़ थी.

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