यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय – महत्वपूर्ण प्रश्न – 29

यूरोप में राष्ट्रवाद के उत्थान के लिए कौन से कारण उत्तरदाई थे विस्तार पूर्वक लिखिए।

उत्तर – 18वीं शताब्दी के मध्य तक यूरोप के देश में राष्ट्रवाद का उत्थान नहीं हुआ था। परिणामत: वहा राष्ट्र-राज्यों का निर्माण भी संभव नहीं हो सका था यूरोप के विभिन्न देश अलग-अलग क्षेत्रों,भाषाओं, कैंटिनो और जातियों में बैठे हुए थे। 19वीं शताब्दी के आरंभ में यूरोप में राष्ट्रवाद भावनाओं का प्रसार होने लगा। इसके फलस्वरूप वहां भी राष्ट्र-राज्य का निर्माण हुआ। संक्षिप्त में यूरोप में राष्ट्रवाद के उत्थान के यह निम्नलिखित कारण उत्तरदाई थे –

  • (1) मध्यम वर्ग का उदय – यूरोप में जिस मध्यम वर्ग का उदय हुआ, वह वेतन पर कार्य करने वाला वर्ग था। यह वर्ग तर्क एवं वैज्ञानिक सोच के आधार पर विचार करने बाला और समाज का शिक्षित वर्ग था। इसी मैं सावरधिक राष्ट्रीय चेतना और राष्ट्रीय भावना का उदय हुआ। राष्ट्रवाद की विकास के दौरान इस वर्ग ने अपनी राष्ट्रीय भावना के आधार पर समाज के अन्य वर्गों को संगठित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया।
  • (2) जन विद्रोह – 1830 ई° के दशक में यूरोप के देश में जनसंख्या की तेजी से वृद्धि हुई। वहां अभी भी कुलीन वर्ग ही सत्ता में था और कृषि कर्ज के वजह से दबे हुए थे। शहरों और गांवों में अनेक कारणों से निर्धनता का साम्राज्य था। बेरोजगारी और खाद्यान्न की कमी के कारण यूरोप के लोगों ने विद्रोह करना शुरू कर दिए थे। इन विद्रोह के कारण यूरोपीय देशों की रूढ़िवादी सरकारी धराशाई होने लगी और वहां राष्ट्रवाद की भावना का तेजी से विकास होने लगा।
  • (3) भाषा _ भाषा नेवी राष्ट्रवाद के उत्थान में अपना विशिष्ट योगदान दिया। जब पोलैंड पर उसने जबरन अपनी रूसी भाषा को ला देने का प्रयास किया तो पोलैंड के राष्ट्रवादियो नेवासा को राष्ट्रवादी आंदोलन को आगे बढ़ाने हेतु एक हथियार के रूप में प्रयोग किया। वहा चर्च संबंधित विभिन्न आयोजनों मैं भी पोलिस भाषा को ही प्रयोग में लाया गया। पोलिस भाषा को प्रभुत्व के विरुद्ध संघर्ष के एक प्रतीक के रूप में देखा जाने लगा।

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