भारतीय शिक्षा का इतिहास एवं विकास -महत्वपूर्ण प्रश्न 25

मध्य काल में शिक्षा का पाठ्यक्रम क्या था?

उत्तर – मध्यकाल में शिक्षा का पाठ्यक्रम

मध्यकाल में विभिन्न स्तरों पर पाठ्यक्रम भिन्न-भिन्न था। प्राथमिक स्तर पर बालकों को पढ़ने लिखने और साधारण अंकगणित की ही शिक्षा प्रदान की जाती थी। शाही परिवार तथा कुछ अन्य संपन्न परिवारों के बालकों के लिए अलग से पाठ्यक्रम निर्धारित किया ज्यादा था।सामान्य पाठ्यक्रम के अंतर्गत बच्चों के प्रभाव में वर्णमाला के अक्षरों की पहचान करवाई जाती थी। और कुरान शरीफ ई की आयतें कराई जाती थी। इसमें उच्चारण का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता था लेखन का जनपद में दिया जाता था। उच्च शिक्षा का पाठ्यक्रम पर्याप्त था इसे मुख्य रूप से दो भागों में विभक्त किया गया था प्रथम भाग में धार्मिक शिक्षा तथा द्वितीय भाग में लौकिक शिक्षा को स्थान दिया गया था धार्मिक शिक्षा के अंतर्गत मुख्य रूप से इस्लाम के धर्म ग्रंथ ‘कुरान शरीफ ‘की औरतों का सूक्ष्म एवं आलोचनात्मक अध्ययन किया जाता था शिक्षा के अंतर्गत मुख्य रूप से अरबी तथा फारसी भाषा, साहित्य एवं एवं व्याकरण का गहन अध्ययन किया जाता था। इसके अतिरिक्त यूनानी चिकित्सा प्रणाली ,कानून ,गणित, भूगोल,नीतिशास्त्र आदि की शिक्षा प्रदान की जाती थी।

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